आज कल का युग रेइकी युग है कोय्की नेगेटिव कर्मो की गति को सिर्फ रेइकी ही बचा सकती है और इंसानो की जीवन को पॉजिटिव बना देती है
रेइकी मास्टर विजय कुमार बाली को सॉकर खेलना और खिलाना सबसे पसिन्दा स्पोर्ट्स है और जब भी टाइम मिलता है वो सॉकर खेलने और खिलाने लग जायते है और अब तो सॉकर उनकी इब्बादत का हिस्सा बन गया है उनका सिम्पल सा लॉजिक है जब युवा तंदरुष्ट होंगे तभी देश और दुनिया तंदरुस्त और स्वस्थ सोच वाली होगी।और स्वच्छ सोच ही इंसान को भगवान बना सकती है
रेइकी मास्टर विजय कुमार बाली को कही से पता लगा की उनके साथ खेलने वाला एक प्लेयर आज गेम में इंजर्ड हो गया है और उसके शोल्डर मए चोट आयी है तो रेइकी मास्टर विजय कुमार बाली से रहा नहीं गया उन्होंने उस प्लेयर से कनेक्ट किया और जो रेइकी मास्टर को एक फुटबॉलर लवर की तरह जानता था मास्टर ने उसको बताया की वो रेइकी मास्टर है और हेल्प करना चाहते हे आपकी जिससे आप का शोल्डर जल्दी ठीक हो सके और आप बरी इंजरी से बच जाये। फुटबॉलर प्लेयर रेडी हो गया हीलिंग लेने के लिए. रेइकी मास्टर ने रिक्वेस्ट की उस प्लेयर से की आप हर रोज अपनी शोल्डर के स्टेटस के बारे मै फीड बेक देता रहना हीलिंग स्टार्ट होने के बाद और प्लेयर मान गया। प्लेयर के डॉक्टर ने MRI करवाने को कहा और बोला की फ्रैक्चर हो सकता है |
रेइकी मास्टर विजय कुमार बाली पहले दिन हीलिंग भेजी और अगले दिन जब फूटबाल प्लेयर से स्टेटस पूझा तो उसने बताया की उसे बहुत आराम है और दर्द भी बहुत कम हो गया है दो दिन की हीलिंग के बाद MRI रिपोर्ट आयी और उसमे पाया की कोई फ्रैक्चर नहीं है
रेइकी मास्टर ने फुटबाल प्लेयर को यह भी बता दिया की शोल्डर की किस पोरशन मे इंजरी है और वोही पोजीशन पर MRI रिपोर्ट मे इंजरी निकली। रेइकी मास्टर विजय कुमार बाली ने यह भी बता दिया की फिर इंजरी हो सकती है अगर आपने फूटबाल प्रक्टिस थोड़े दिन तक नहीं झोड़ा | \
वो प्लेयर फुटबॉल की बिना रह नहीं पाया और शोल्डर इंजरी मै फुटबॉल खेलने लगा पर फिर उस को इंजरी मे झटका लगा और शोल्डर टूटते टूटते रह गया ग्रेस ऑफ़ रेइकी हीलिंग
इस से दीखता है की रेइकी किस तरह हमे एक्सीडेंट से बचा सकती है बल्कि बरी इंजरी भी रुक जाती है
सीधे शब्दों में नेगेटिव कर्मो को कमजोर करके पॉजिटिव कर्म बना देती है और जीवन को तंदरुष्ट और खुश मय बना देती है
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